COMBO Hindi Medium (खंड 1 एवं 2) 100 श्लोक सीखने की मेरी यात्रा । 100 श्लोक आसानी से कैसे सीखें ? लेखक एवं चित्रकार; अनायशा बुद्धिराजा ; आयु : 6 साल ; छात्रा - सत पॉल मित्तल स्कूल, लुधियाना (विनोद प्रकाशन)

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ISBN : 978-9-39550-597-0 (खंड 1), 978-93-95505-78-9 (खंड 2) (For 2 Separate Colored Books)

पांच साल की उम्र में अनायशा 100 श्लोक बोल सकती थी । उसकी यात्रा तब शुरू हुई जब वह सिर्फ 8 महीने की थी। यह पुस्तक केवल एक बच्चे द्वारा सीखे गए 100 + श्लोकों के बारे में नहीं है; यह उसकी उल्लेखनीय यात्रा की एक झलक है, जहां भक्ति खोज से मिलती है।
अनायशा से जुड़ें, क्योंकि वह इन पवित्र भजनों की दुनिया में प्रवेश करती है, प्रत्येक भजन समझ की एक नई परत खोलता है। एक युवा मन के खिलने का गवाह बनें, और आंतरिक शांति के लिए अपना रास्ता खोजें।
इस किताब को खोलें और अनायशा की यात्रा को अपना प्रकाश बनाएं। वैदिक छंद की दुनिया में गोता लगाएं, एक समय में एक मंत्रमुग्ध कर देने वाला श्लोक ।
अनायशा बुद्धिराजा, 6 साल की लड़की है, जो सत पॉल मित्तल स्कूल, लुधियाना, पंजाब में उच्च किंडरगार्टन की छात्रा है।
वह बहुत जिज्ञासु बच्ची है। उसे चित्र बनाना और रंग भरना बहुत पसंद है और वह बेहद सक्रिय बच्ची है। स्केटिंग भी बहुत पसंद है।
यह उनका निर्णय था कि वह एक किताब लिखें और 100 श्लोकों को जानने की अपनी पूरी यात्रा को लिपिबद्ध करके अधिक से अधिक लोगों के साथ सीखने की अपनी खुशी साझा करें।
अनायशा को 5 साल की उम्र में 100 श्लोक जानने के लिए इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स द्वारा सम्मानित भी किया जा चुका है।


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